उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों परे होने वाले उपचुनाव के लिए NDA और इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया गया है. इंडिया गठबंधन के सभी प्रत्याशी सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं NDA की तरफ से 8 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर रालोद का प्रत्याशी मैदान में है.
समाजवादी पार्टी की तरफ से परिवार के एक सदस्य को छोड़कर किसी यादव को टिकट नहीं दिया गया है. अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप यादव को करहल सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. इसके अलावा पार्टी ने पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक उम्मीदवार पर ही भरोसा जताया है.
लोकसभा चुनाव में PDA फॉर्मूले की सफलता से उत्साहित सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक बार फिर इस पर दांव लगाया है. समाजवादी पार्टी की तरफ से एक भी टिकट सामान्य वर्ग को नहीं दिया गया है. वहीं बीजेपी ने अपने कोटे की आठ सीटों में से चार पर ओबीसी तो बाकी की चार सीटों पर कैडर के नेताओं पर भरोसा जताया है.
समाजवादी पार्टी ने कटेहरी सीट पर शोभावती देवी, कानपुर की सीसामऊ सीट पर नसीम सोलंकी, फूलपुर सीट से मुजतबा सिद्दीकी, मीरापुर सीट से सुम्बुल राणा, कुंदरकी से हाजी रिजवान, खैर सीट से चारु केन, गाजियाबाद से सिंह राज जाटव और मंझवा सीट से ज्योति बिंद को प्रत्याशी बनाया है. सपा प्रत्याशियों की लिस्ट में पीडीए की झलक देखने को मिल रही हैं.
वहीं बीजेपी की बात करें तो लंबी माथापच्ची के बाद पार्टी ने गुरुवार को पहले 7 सीटों पर तो बाद में एक सीट पर प्रत्याशी की घोषणा कर दी. बीजेपी ने सबसे चौंकाने वाला कैंडिडेट मैनपुरी की करहल सीट से उतारा. इस सीट से बीजेपी ने अखिलेश यादव के बहनोई अनुजेश यादव को टिकट दिया है.
इसके अलावा फूलपुर सीट से दीपक पटेल, कानपुर की सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी, कटेहरी सीट से धर्मराज निषाद, कुंदरकी सीट से रामवीर सिंह ठाकुर, गाजियाबाद से संजीव शर्मा, खैर सीट से सुरेंद्र दिलेर, सुचिस्मिता मौर्य को प्रत्याशी बनाया है. इसमें से अधिकतर पार्टी काडर के नेता हैं.