Salakaar वेब सीरीज़ हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हुई है और अपने जासूसी थ्रिलर अंदाज़ के कारण चर्चा में है। आठ एपिसोड वाली यह सीरीज़ राजनीतिक साज़िश, रहस्य और देशभक्ति के रंगों से सजी है। कहानी में एक ऐसे मिशन को दिखाया गया है जिसमें देश की सुरक्षा और सम्मान दांव पर है, और इसी मिशन को पूरा करने के लिए मुख्य किरदार तमाम चुनौतियों से गुजरते हैं।
नवीन कस्तूरिया और मौनी रॉय की जोड़ी ने अपने शानदार अभिनय से किरदारों में जान डाल दी है। विशेष रूप से संवाद इतने प्रभावी हैं कि कई दृश्यों में भावनाओं का असर गहराई तक महसूस होता है।
Salakaar सीरीज़ की सबसे बड़ी ताकत इसका विषय और तेज़-तर्रार डायलॉग्स हैं। शुरुआती एपिसोड से ही कहानी में सस्पेंस और रोमांच बनाए रखने की कोशिश की गई है। निर्देशन के कुछ हिस्सों में कैमरा वर्क और लोकेशन्स का इस्तेमाल सराहनीय है, जिससे जासूसी माहौल को वास्तविक बनाने में मदद मिलती है। मौनी रॉय का दमदार स्क्रीन प्रेज़ेंस और नवीन कस्तूरिया की नैचुरल एक्टिंग दर्शकों को बांधे रखती है।
हालांकि, कमजोरियों की बात करें तो कहानी के कुछ हिस्से ज़रूरत से ज़्यादा स्पष्ट कर दिए गए हैं, जिससे सस्पेंस का असर कम होता है। कुछ समीक्षकों का मानना है कि लेखन में थोड़ी और गहराई और कसावट होती तो यह सीरीज़ एक बेहतरीन स्पाई थ्रिलर बन सकती थी। कुछ सीन ओवर-द-टॉप लगते हैं, जहां नाटकीयता ज्यादा हावी हो जाती है। फिर भी, अगर आप देशभक्ति और जासूसी से जुड़ी कहानियों के शौकीन हैं, तो सलाकार आपके वीकेंड की लिस्ट में जरूर शामिल हो सकती है।
Salakaar review: क्या देखने लायक है?
कुल मिलाकर, Salakaar में रोमांच, एक्शन और देशभक्ति का मिश्रण है। यह दर्शकों को शुरुआत से अंत तक बांधे रखने की क्षमता रखती है, भले ही इसमें कुछ कमियां मौजूद हों। मौनी रॉय और नवीन कस्तूरिया का प्रदर्शन, प्रभावी संवाद और रोमांचक माहौल इसे देखने लायक बनाते हैं। यह सीरीज़ उन लोगों के लिए खास है जो जासूसी की दुनिया में डूबकर एक देशभक्ति से लबरेज़ कहानी का आनंद लेना चाहते हैं।