कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ बयान ने भारतीय राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए उनसे सबूत मांगे और शपथपत्र देने को कहा।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को लिखित जवाब में कहा, “मैंने संविधान की शपथ ली है और अपने कर्तव्यों का पालन करता रहूँगा। जो भी बयान मैंने दिया है, वह जनहित में और सत्य पर आधारित है।”
बीते हफ्ते एक रैली में राहुल गांधी ने सत्ताधारी दल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि हालिया चुनावों में ‘वोट चोरी’ हुई है। इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने उनसे इस दावे के समर्थन में ठोस सबूत प्रस्तुत करने को कहा।
विपक्षी दलों ने राहुल गांधी का समर्थन किया, वहीं सत्तापक्ष ने इसे “राजनीतिक नाटक” बताया। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर तीखी बहस जारी है।
यह विवाद आने वाले चुनावी मौसम में और गरम हो सकता है। देखना होगा कि राहुल गांधी अपने दावों को कितनी मजबूती से साबित कर पाते हैं और चुनाव आयोग का रुख क्या होता है।