Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के लिए राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों का प्रचार जोरों पर है। इस बीच रायबरेली में राहुल गांधी की घेराबंदी तेज हो गई है। दो वजहें गिनाते हुए राहुल का नामांकन रद्द करने के लिए शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, यह शिकायत अनिरुद्ध प्रताप सिंह की ओर से दर्ज कराई गई है। शिकायत दर्ज कराने के बाद वकील अशोक पांडे ने बताया कि अनिरुद्ध प्रताप सिंह की ओर से हमने रायबरेली के रिटर्निंग ऑफिसर के पास दो आधार पर राहुल का नामांकन रद्द करने की मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराई है। सबसे पहले राहुल गांधी को दो साल की सजा हुई है। वह चुनाव लड़ने के अयोग्य हैं।
उन्होंने कहा कि भले ही सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगा दी है लेकिन उनके लिए अफजाल अंसारी (गाजीपुर से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी और वर्तमान सांसद) जैसा कोई फैसला नहीं दिया है जिसमें उन्होंने कहा हो कि वह फिर से चुनाव लड़ सकते हैं। चूंकि उनकी सजा पर रोक में चुनाव लड़ने की अनुमति शामिल नहीं है इसलिए उन्हें पीछे हट जाना चाहिए।
राहुल गांधी सहित आठ प्रत्याशियों के पर्चे वैध
उन्होंने दूसरा आधार बताते हुए दावा किया कि 2006 में राहुल गांधी ने एक बार अपनी राष्ट्रीयता ब्रिटिश बताई थी। कहा कि ब्रिटिश नागरिक होने के नाते वह संवैधानिक रूप से चुनाव नहीं लड़ सकते। आठ प्रत्याशियों के पर्चे वैध कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी, भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह और बसपा प्रत्याशी ठाकुर प्रसाद समेत आठ के नामांकन पत्र वैध करार दिया। नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब आठ प्रत्याशी मैदान में रह गए।
छह मई को नाम वापसी के बाद स्थितियां पूरी तरह से साफ हो जाएगी। बताया जा रहा है कि नामांकन पत्रों की जांच के दौरान राहुल गांधी के नामांकन निरस्त करने के लिए एक आपत्ति की गई। यह आपत्ति राहुल गांधी के नामांकन पत्र के स्वीकृत होने के बाद आई। लिखित रूप से शाम चार बजे के बाद आपत्ति आई। मिली जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी ने उक्त आपत्ति को पोषणीय न पाते हुए निरस्त कर दिया।
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