बिज़नेस माइंड के मालिक ऐलन मस्क ने अपनी AI कंपनी xAI के माध्यम से Apple के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है, यह आरोप लगाते हुए कि App Store रैंकिंग सिस्टम में OpenAI के ऐप को प्राथमिकता दी जा रही है और अन्य AI कंपनियों को शीर्ष पर पहुंचना लगभग नामुमकिन बना दिया गया है — यह एक स्पष्ट एंटीट्रस्ट उल्लंघन है।
क्या है मामला?
मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर Apple पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके ऐप्स — X (विश्व का नंबर 1 न्यूज़ ऐप) और Grok (xAI का चैटबॉट, जो वर्तमान में ऐप रैंकिंग में पाँचवें स्थान पर है) — को App Store के “Must Have” सेक्शन में जगह नहीं दी गई, जबकि OpenAI का ChatGPT शीर्ष पर है।
उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया:
“Apple ऐसी व्यवस्था कर रहा है जिससे कोई अन्य AI कंपनी सिवाय OpenAI के App Store में नंबर 1 तक नहीं पहुंच सकती — यह एक स्पष्ट एंटीट्रस्ट उल्लंघन है। xAI त्वरित कानूनी कार्रवाई करेगी।”ReutersBusiness Insider
प्रतिस्पर्धा और विवाद
Apple की ChatGPT के साथ साझेदारी और उसे प्रमुखता देना मस्क के लिए विवाद का केंद्र बना हुआ है। हालांकि Apple, xAI, और OpenAI की ओर से इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी अभी तक नहीं आई है।
इसके अलावा, इस विवाद से जुड़े मज़ाकिया विरोध भी सामने आए हैं — OpenAI के CEO Sam Altman ने मस्क के आरोपों को जवाब में कहा कि “यह एक असाधारण दावा है, खासकर उस बात को ध्यान में रखते हुए कि मस्क कथित तौर पर अपनी कंपनियों के फ़ायदों के लिए X पर स्वेच्छा से रैंकिंग में हेरफेर करते हैं।
कानूनी तनाव
Apple पहले से ही एंटीट्रस्ट आरोपों की जंजीर में बँधा हुआ है। अप्रैल में एक अमेरिकी न्यायाधीश ने पाया कि Apple ने Epic Games के मामले में App Store में अधिक प्रतिस्पर्धा नहीं होने देने वाली नीतियों का उल्लंघन किया और उसे अपराधी अवज्ञा (criminal contempt) की संभावना के लिए फेडरल अभियोजकों को संदर्भित किया। इसी महीने यूरोपीय संघ (EU) ने Apple को डिजिटल मार्केट्स एक्ट के उल्लंघन के लिए ५०० मिलियन यूरो का जुर्माना भी लगाया था।
ऐलन मस्क का यह कदम Apple की App Store नीतियों की मान्यता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। यदि मामला अदालत तक पहुँचा, तो यह Apple पर नियामकीय और सार्वजनिक दबाव दोनों बढ़ा सकता है। साथ ही, AI कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धात्मक संतुलन और प्लेटफ़ॉर्म तटस्थता (platform neutrality) की बहस नई ऊँचाइयों पर पहुंच जाएगी।