एनटीपीसी ऊंचाहार के सिविल मेंटिनेंस विभाग में काम करने वाले चार दिहाड़ी मजदूरों ने एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनका गेट पास धोखे से लेकर न केवल वापस नहीं किया गया, बल्कि विरोध करने पर एक अधिकारी ने उन्हें जूता मारकर ऑफिस से भगा दिया।
मामला एनटीपीसी आवासीय परिसर से जुड़ा है, जहाँ यह कार्य एक संविदा फर्म को दिया गया है। शिकायत करने वाले मजदूर — उपेंद्र कुमार, संजय कुमार, भारत लाल और केशवलाल — पिछले कई वर्षों से यहाँ दिहाड़ी मजदूरी कर रहे हैं।
इनका कहना है कि 7 मई को दो एनटीपीसी अधिकारियों ने चेकिंग के नाम पर उनका गेट पास ले लिया। लेकिन जब ये लोग अगली सुबह अपना गेट पास वापस लेने के लिए ऑफिस पहुँचे, तो एक अधिकारी ने उन्हें जूता मारकर बाहर निकाल दिया।
मजदूरों ने इस घटना की शिकायत ‘मजबूर संग’ संगठन में दर्ज कराई है और न्याय की माँग की है।
इस मामले पर जब जनसंपर्क अधिकारी ऋषभ शर्मा से प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है।