उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। रायबरेली के ऊंचाहार विद्युत खंड कार्यालय में आयोजित धरना-प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए।
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
- ₹18,000 रुपये का न्यूनतम वेतन
- कार्य के अनुरूप स्थायी अनुबंध
- मानक संख्या में कर्मचारियों की नियुक्ति
- 55 वर्ष की उम्र के आधार पर की जा रही अनैतिक छंटनी पर रोक
- बकाया वेतन का तत्काल भुगतान
संघ ने आंदोलन की रणनीति स्पष्ट कर दी है:
- 5 मई: जिला मुख्यालयों पर विरोध सभा
- 6 मई: लखनऊ स्थित मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्यालय पर सत्याग्रह
- 7 मई से: लखनऊ कार्यालय से लेकर 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्रों तक प्रदेशव्यापी सत्याग्रह की शुरुआत
कर्मचारियों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि किसी भी संविदा कर्मचारी का उत्पीड़न या बर्खास्तगी की जाती है, तो इसका कड़ा विरोध किया जाएगा और इसके लिए मध्यांचल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
धरने में राम आसरे, सोनू, आलोक श्रीवास्तव, तेजपाल सिंह, शमशेर यादव, कौशिक, रवि शंकर पांडे और अनिल यादव समेत कई कर्मचारी शामिल रहे।
यह आंदोलन प्रदेशभर के संविदा कर्मचारियों की आवाज़ बनता जा रहा है। अब देखना यह होगा कि सरकार और विभागीय अधिकारी इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेते हैं।