यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती पर हाईकोर्ट के फैसले के बाद सियासत तेज हो गई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नाम लिए बिना डिप्टी सीएम केशव मौर्य पर निशाना साधा। कहा- युवाओं का दर्द देने वाले अब दवा देने का दावा नहीं करें।
इसके तुरंत बाद केशव मौर्य ने भी अखिलेश पर पलटवार किया। उन्होंने कहा- सपा बहादुर अखिलेश यादव कांग्रेस के मोहरा है। उनका PDA बहुत बड़ा धोखा है।
69 हजार शिक्षक भर्ती पर अखिलेश बोले- आरक्षण की हकमारी करने वाले हमदर्द बन रहे
अखिलेश ने रविवार सुबह 8.48 पर X पर पोस्ट करके लिखा- शिक्षक भर्ती मामले में एक ‘कृपा-प्राप्त उप मुख्यमंत्री जी’ का बयान भी साजिशाना है। पहले तो आरक्षण की हकमारी में खुद भी सरकार के साथ संलिप्त रहे। जब युवाओं ने उन्हीं के खिलाफ लड़कर, लंबे संघर्ष के बाद इंसाफ पाया, तो अपने को हमदर्द साबित करने के लिए आगे आकर खड़े हो गए।
उन्होंने आगे लिखा- ये ‘कृपा-प्राप्त उप मुख्यमंत्री जी’ शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के साथ नहीं हैं, वो तो ऐसा करके भाजपा के अंदर अपनी राजनीतिक गोटी खेल रहे हैं। वो इस मामले में अप्रत्यक्ष रूप से जिनके ऊपर ऊंगली उठा रहे हैं।
वो ‘माननीय’ भी अंदरूनी राजनीति के इस खेल को समझ रहे हैं। शिक्षा और युवाओं को भाजपा अपनी आपसी लड़ाई और नकारात्मक राजनीति से दूर ही रखे। क्योंकि भाजपा की ऐसी ही सत्ता लोलुप सियासत से उप्र कई साल पीछे चला गया है।