शहर के नेहरू नगर स्थित महावीर हॉस्पिटल में सिजेरियन प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में चिकित्सीय सेवाएं निलंबित किए जाने के बाद संचालक को नोटिस दिया गया है। सिजेरियन प्रसव में मनमानी की आशंका को देखते हुए सर्जरी करने वाले चिकित्सक को भी तलब किया गया है
महावीर हॉस्पिटल के संचालक, चिकित्सक व अन्य स्टाफ के बयान दर्ज कराने के दिए गए आदेश
अमेठी जिले के मिया का पुरवा निवासी रवींद्र कुमार ने बीती एक मई की रात भाभी सन्नो मौर्या का सिजेरियन प्रसव महावीर हॉस्पिटल में कराया था। दो मई को नवजात और तीन मई को प्रसूता की मौत हो गई थी। अस्पताल में सिजेरियन प्रसव और इलाज में लापरवाही प्रथम दृष्टया जांच में उजागर हुई।
बीते शनिवार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मामले की जांच में महिला के ऑपरेशन व इलाज से संबंधित अभिलेखों की जांच में प्रथम दृष्टया लापरवाही मिलने के बाद नर्सिंगहोम की चिकित्सीय सेवाओं को प्रतिबंधित का दिया था। इस संबंध में अस्पताल के गेट पर नोटिस भी चस्पा कर दिया गया।
मामले में नर्सिंगहोम के संचालक को नोटिस देकर अपना पक्ष देने के साथ ही बयान दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं। आशंका है कि दूसरे चिकित्सक से सिजेरियन प्रसव कराया गया, लेकिन अभिलेखों में डॉ. सुधा का नाम लिखा गया है। जांच टीम ने सर्जरी में शामिल चिकित्सक व अन्य स्टाफ को भी बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया गया है। चर्चा है कि नर्सिंगहोम संचालक कार्रवाई से बचने के लिए माननीयों के चक्कर लगाने में जुट गया है।
सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया है कि जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में महावीर हॉस्पिटल की सभी प्रकार की चिकित्सीय सेवाओं को निलंबित किया गया है। संचालक को नोटिस दिया गया है। चिकित्सक व अन्य स्टाफ को भी बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। जल्द ही जांच पूरी होने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।