दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक शिक्षक एसोसिएशन (डीपीए) के प्रांतीय अध्यक्ष राजवंत सिंह ने बताया कि महिलाओं को निर्वाचन ड्यूटी के दौरान दूर ड्यूटी लगाए जाने से बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक शिक्षक एसोसिएशन (डीपीए) ने निर्वाचन ड्यूटी में महिला कर्मचारियों को रियायत देने की मांग जिलाधिकारी से की है।
डीपीए ने जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन देकर कार्य क्षेत्र के निकट ही महिला कमर्चारियों को ड्यूटी पर तैनात किए जाने की मांग की है ताकि महिलाओं को ड्यूटी करने में किसी प्रकार की बाधा का सामना न करना पड़े। जिले में इस बार लोकसभा का चुनाव 20 मई 2024 को होना है। जिसमें पोलिंग पार्टियों की ड्यूटी लगाई जाती है।
जनपद रायबरेली में पूर्व में महिला कार्मिकों की ड्यूटी ऐसे स्थानों पर लग गई थी जहॉ पर महिलाओं को नहाने, कपड़ा बदलने तक की उचित व्यवस्थाएं नहीं थी। महिला कार्मिकों की निर्वाचन ड्यूटी उनके कार्यस्थल से इतनी दूर लग गई थी कि उन्हे मजबूर होकर शाम को ही बूथ पर जाना पड़ा जबकि वहां पर महिलाओं के रूकने के लिए पर्याप्त इन्तजाम नहीं थे।
उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा वर्ष 2023 में चुनाव के सम्बद्ध में निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें महिलाओं को निर्वाचन ड्यूटी के दौरान कुछ ढिलाई दी गई है। महिला कार्मिकों को डिप्लॉयमेंट करते समय कंप्यूटर रेंडमाइजेशन से न किया जाए बल्कि मैनुअली पड़ोस के बूथ पर ही लगाया जाए। उन्होंने बताया कि इससे महिलाओं को निर्वाचन कार्य करने में किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ज्ञापन देते समय शिवनंदन जी, सुनील यादव, शीलभद्र शेखर, प्रदीप सिंह, अशोक प्रियदर्शी, सौरभ वर्मा, राकेश कुमार, आदि शिक्षक उपस्थित थे।