चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस साल 9 अप्रैल यानि आज से हो रही है जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा. नवरात्रि का पर्व माता दुर्गा को समर्पित होता है और इस पर्व का इंतजार सनातन धर्म को मानने वाले लोग बेसब्री से करते हैं. हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है. 9 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में शक्ति की साधना की जाती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल में 4 बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि भी पड़ती है. चैत्र नवरात्रि के दौरान ज्योतिष शास्त्र द्वारा बताए गए कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है. यदि इन नियमों का पालन नहीं किया जाए तो व्यक्ति को मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त नहीं हो पाता है.
अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. नवरात्रि के दौरान लोग जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए और मां दुर्गा माता को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय भी करते हैं. ऐसे में नवरात्रि के नियमों के अलावा इस दौरान कुछ चीजों को खरीदने से भी परहेज करना चाहिए है. नवरात्रि के 9 दिनों तक कुछ चीजों की खरीदारी करना शुभ नहीं माना जाता है.
लोहे की वस्तुएं : नवरात्रि के दौरान लोहे के सामानों की खरीदारी करने से परहेज चाहिए. कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान लोहा खरीदना आर्थिक तंगी का कारण बनता है.
काला कपड़ा : नवरात्रि के दौरान भूल कर भी काले कपड़े की खरीदारी नहीं करना चाहिए. नवरात्रि के दौरान न सिर्फ काला कपड़ा खरीदना अशुभ माना जाता है बल्कि काला कपड़ा पहनना भी वर्जित माना जाता है . कहा जाता है कि कहा जाता है कि काले कपड़े पहनने से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है जिससे सफलता नहीं मिलती. ऐसे में नवरात्रि के दिनों में काले कपड़े खरीदने से परहेज करना चाहिए.
इलेक्ट्रॉनिक समान : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों तक किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना नहीं खरीदना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से कुंडली में स्थित ग्रहों का बुरा प्रभाव पड़ता है और ग्रह दोष भी हो सकते हैं. ऐसे में नवरात्रि के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने से परहेज करना चाहिए.
चावल खरीदना : नवरात्रि के दौरान चावल खरीदना भी अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि चावल खरीदने से नवरात्रि में मिलने वाले पुण्य नष्ट हो जाते हैं.