चंदौली से अलग ही तरह का एक मामला सामने आया है। अलीनगर थानाक्षेत्र की एक ही कॉलोनी में रहने वाली यह लड़कियां 10 साल से एक-दूसरे से प्यार करती हैं लेकिन खुलासा तब हुआ, जब इन्होंने अपने रिश्ते की बात घरवालों को बताई।
अब जानिए कैसे शुरू हुई दोनों की लव स्टोरी
अंजली और रानी ने बताया कि हम दोनों बचपन से साथ रहते हैं। साथ पढ़ने जाना, साथ खेलना, हमने बहुत वक्त साथ बिताया है। दोनों जब से थोड़ा समझने लायक हुए हैं, तभी से एक साथ ही रहे हैं। हम दोनों को धीरे-धीरे एक दूसरे के प्रति अलग अहसास महसूस करने लगे।
धीरे-धीरे हम एक-दूसरे से प्यार करने लगे। साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे। हमे कब प्यार हो गया पता ही नहीं चला। बस अब तो लगता है, बिना एक-दूसरे के हम रह ही नहीं पाएंगे। हम दोनों का एक-दूसरे के घर आना जाना बढ़ गया।
हम अब ज्यादा से ज्यादा एक साथ समय बिताने लगे। हमारी नजदीकियां बढ़ने लगी। फिर हमने साथ रहने का फैसला किया। दोनों ने बताया कि हम बालिग हैं तो किसी को कई दिक्कत भी नहीं होगी। इसलिए हमने अपने रिश्ते की बारे में पहले घरवालों को बताया।
उनको ये भी बताया कि हम साथ रहना चाहते हैं। हम दोनों ये फैसला कर चुके हैं। बस आप को बता रही हूं। इसी बात पर घर वाले नाराज हो गए। हमारे घर वाले समाज का हवाला देकर हमें समझाने लगे, हमारे न मानने पर लोग नाराज हो गए। जबकि हम परिवार के सामने अपनी जिद पर अड़े रहे।
हमारे फैसले से घर में खलबली मच गई। परिजन ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी है। दोनों पुलिस की पहुंचे तो पुलिस ने हमें समझाया तो हम नहीं मानें। इसके बाद हमें जिला प्रोबेशन अधिकारी के पास ले गए। जहां उन्होंने कहा कि हम दोनों बालिग हैं और अपना फैसला लेने में सक्षम हैं।
दोनों के परिजनों ने पहले तो बहुत समझाया लेकिन जब वे साथ रहने की जिद पर अड़ी रहीं तो पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने दोनों को प्रोबेशन अधिकारी से मिलवाया और उन्होंने कहा कि दोनों लड़कियां बालिग हैं और अपनी जिंदगी का फैसला खुद कर सकती हैं।
मामला पीडीडीयू नगर पालिका के मवई वार्ड का है और दोनों लड़कियों की पहचान लोकनाथ की पुत्री अंजली कुमारी (23) और प्यारे लाल की बेटी रानी कुमारी (22) के रूप में हुई है।
अब जानिए परिवार को क्यों है आपत्ति
परिजन ने बताया कि दोनों 10 साल से एक-दूसरे को जानती हैं। हमने सोचा दोनों अच्छी दोस्त हैं। तो इस बारे में कभी कुछ सोचा नहीं। कुछ महीने से दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना काफी बढ़ गया था। हमने सोचा दोनों अच्छी दोस्त हैं।
इस लिए कभी इन दोनों से कुछ बात नहीं की। लेकिन एक दिन जब दोनों ने अपने रिश्ते के बारे में बताया तो हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई। पहले तो कुछ देर के लिए भरोसा ही नहीं हुआ कि बेटियां क्या बोल रही हैं।
जब बेटियों ने साथ रहने की जिद की तो हमने उन्हें समझाना चाहा। हम इनके इस रिश्ते से खुश नहीं हैं। हमने सोचा समाज क्या कहेगा। इसी बात को लेकर दोनों को बहुत समझाया। लेकिन दोनों को कोई फर्क नहीं पड़ा। हमने थक हारकर पुलिस में शिकायत की। थाने पर दोनों अपनी जिद पर अड़ी रही।

दोनों की जिद देखते हुए परिजन ने थाने में इसकी शिकायत कर दी। दोनों परिवार लड़कियों को लेकर थाने पहुंच गए। जहां पुलिस ने दोनों को बालिग देख मामले में हस्ताक्षेप करने से इनकार कर दिया। दोनों को जिला प्रोबेशन कार्यालय स्थित बाल कल्याण समिति के महिला काउंसलर के सामने पेश किया गया।
जहां दोनों लड़कियों ने अधिकारी के सामने साथ रहने की बात रखी। दोनों की बातें सुनकर और बालिग देखकर अधिकारी ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और दोनों परिवारों को घर भेज दिया।
अलीनगर थानाध्यक्ष शेषधर पांडेय ने बताया कि दोनों युवतियों के बीच एक दशक से अधिक का प्रेम संबंध है। इसकी पुष्टि युवतियों ने पूछताछ के दौरान किया है। ऐसे में कानूनी रूप से उनके मामले में पुलिस कुछ भी हस्तक्षेप नहीं कर सकती है।

जिला प्रोबिशन अधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि दोनों लड़कियां बालिग हैं, और दोनों एक साथ रहना चाहती है। वो बालिग हैं तो उनके ऊपर कोई कार्रवाई भी नहीं की जा सकती। अभी तक लड़कियों ने ये नहीं कहा कि दोनों शादी करना चाहती है। इसलिए दोनों के मामले में हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता।