होमगार्डों का गिरोह बना वसूली: एडवोकेट को भी नही बक्शा की अभद्रता; 10 माह बाद कोर्ट के आदेश पर हुई रिपोर्ट

Date:

Share post:

कानपुर में होमगार्डों का गिरोह बनाकर अवैध वसूली करने का एक मामला प्रकाश में आया है। एक एडवोकेट भी इसी गिरोह का शिकार हुआ। एडवोकेट के साथ घटना 25 जनवरी 2024 को हुई। पीड़ित ने चकेरी पुलिस से मामले में शिकायत भी की मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

आजद नगर सतबरी रोड चकेरी निवासी एडवोकेट अंकित यादव के मुताबिक 25 जनवरी 2024 की रात लगभग साढ़े आठ बजे घर जा रहा था। श्याम नगर बाईपास पार करने के बाद एक पान शॉप से पचास कदम पहले एक युवक ने खुद को होमगार्ड शिवम शुक्ला बताते हुए एडवोकेट को रोक लिया। उसे गाड़ी से उतरने को कहा बोला कि तुम्हें चौराहा पर हाथ देकर रोका था रुके क्यों नहीं। उसने यह भी कहा कि तुमने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी है और फोटों खींच ली गई है। अब तुम्हारा सीटबेल्ट का चालान होगा।

एडवोकेट के मुताबिक उन्होंने उससे विनती की और कहा कि आज छोड़ दें आगे से सीट बेल्ट लगाकर चलेगा। तभी होमगार्ड शिवम ने कहा कि कार से उतरकर बात कर एक तमाचे में सही हो जाएगा और गाली देते हुए कार का दरवाजा खोल दिया।

चालान बचाना है तो एक हजार रुपए दो

गाली का विरोध करते हुए एडवोकेट अंकित यादव ने अपना परिचय भी दिया। मगर होमगार्ड शिवम ने कहा कि चालान बचाना चाहते हो तो एक हजार रुपए दो। एडवोकेट ने उसे बताया भी कि वो पर्स घर भूल आया है। शिवम ने कहा कि कैश नहीं है तो ऑनलाइन दे सकते हो। उसी दौरान वहां पर एक टीएसआई की गाड़ी भी आ गई और उसमें बैठा टीएसाई राजीव दीक्षित सीधे गाली गलौज करने लगा। फिर बोला चालान से बचना है तो जो शिवम कह रहा है वो करो। एडवोकेट ने बताया भी कि खाते में सिर्फ पांच सौ रुपए प़े हैं। यह चाहिए तो एटीएम से निकालकर दे सकता है।

पॉकेट से बार कोड निकाला

एडवोकेट के मुताबिक राजीव के कहने पर शिवम ने पॉकेट से मोबाइल निकाला और गूगल पे का बार कोड दिया। जिसमें एडवोकेट ने पैसे डाल दिए और कार में बैठ गया। उसके वहां से जाने से पहले शिवम ने कहा कि तुम्हारे जैसे वकील बहुत देखे हैं। इस पर एडवोकेट और होमगार्ड शिवम के बीच विवाद होने लगा।

टीएसआई नहीं लुटेरा होमगार्ड है

एडवोकेट के मुताबिक इस घटना के एक माह बाद पता चला कि राजीव दीक्षित टीएसआई नहीं है। यह एक लुटेरा होमगार्ड है जो कि सात साल पहले फर्जी दरोगा की वर्दी पहनकर वसूली करने के मुकदमे में जेल जा चुका है। उसके खिलाफ अभी भी मुकदमा चल रहा है। उसने अपने घर में लगभग दस सीटीआई को किराये पर रखे हुए हैं और उन्हीं की सरकारी गाड़ी में आरोपी ड्यूटी जाता है। फर्जी तरह से ऑनलाइन पैसे वसूलता है। शिवम राजीव द्वारा रखा गया होमगार्ड है जो खुद वसूली करके राजीव को पैसे ट्रांसरफर करता था।

चकेरी इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे के मुताबिक कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है। जो भी सबूत है उन्हें इकट्ठा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर ने कहा मामला पुराना है। तथ्यों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

बिजली कनेक्शन काटने पर एक उपभोक्ता बोला- औकात दिखा दूंगा, तुम्हारी और JE की नौकरी खा जाऊंगा

रायबरेली में बिजली कनेक्शन काटने पर एक उपभोक्ता और उसके परिवार के लोग जेई और बिजली कर्मियों पर...

नाबालिग लड़की का बरेली में रेप: बहलाकर ले गया था मुस्लिम युवक, पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज

बदायूं में नाबालिग लड़की को बरेली का मुस्लिम समुदाय का युवक बहलाकर ले गया और उसके साथ रेप...

मुजफ्फरनगर में प्रेमिका ने प्यार में धोखा मिलने पर प्रेमी का काटा गुप्तांग, 8 साल से था प्रेम सम्बन्ध

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक प्रेमिका ने प्यार में धोखा मिलने पर अपने प्रेमी का गुप्तांग...

अमित शाह से माफी मंगवाने के लिए बसपा 8 साल बाद उतरेगी सड़क पर

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद बसपा ने पूरे देश में आंदोलन करने...