वंदेभारत एक्सप्रेस पर सोमवार को फिर पत्थर फेंका गया। यह घटना दोपहर में उस समय घटी, जब वंदेभारत ट्रेन लखनऊ से रायबरेली जा रही थी। बछरावां और कुंदनगंज स्टेशनों के बीच कन्नावां के पास पत्थर फेंके जाने से ट्रेन का शीशा चटक गया। हाल में घटना का खुलासा होने के बाद फिर ढिलाई बरती जाने लगी थी, जिससे एक बार फिर घटना हो गई।
गोरखपुर और प्रयागराज के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस फर्राटा भरती है। लखनऊ के बाद रायबरेली स्टेशन पर ठहराव है, जिससे बछरावां में ट्रेन नहीं रुकती है। सोमवार को लखनऊ से रायबरेली की ओर वंदेभारत ट्रेन जा रही थी, तभी 11.50 बजे कन्नावां गांव के पास ट्रेन पर पत्थर फेंका गया।
पत्थर लगने से ट्रेन के कोच संख्या सी-4 का शीशा चटक गया। इस घटना का पता उस समय चला, जब ट्रेन प्रयागराज पहुंची और गोरखपुर में बने कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। गोरखपुर कंट्रोल रूम से घटना की जानकारी बछरावां रेलवे स्टेशन को दी गई तो स्थानीय अधिकारियों के साथ ही रेलवे सुरक्षा बल छानबीन में जुट गया।
बछरावां के आरपीएफ चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार ने बताया कि वंदेभारत ट्रेन पर पत्थर फेंके जाने की घटना के संबंध में अभी केस दर्ज नहीं हुआ है। जांच शुरू कर दी गई है। अभी कुछ पता नहीं चला है। जल्दी ही अराजकतत्व दबोच लिए जाएंगे।
ट्रैक के आसपास रहने वालों से हुई पूछताछ
रेलवे सुरक्षा बल ने गोरखपुर कंट्रोल से मिली जानकारी के आधार पर कन्नावा गांव और उसके आसपास के इलाके में छानबीन की, लेकिन पत्थर फेंके जाने वाले का कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की गई, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है।
मार्च में भी हो चुकी घटना, पकड़े गए थे तीन किशोर
वंदेभारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके जाने की यह कोई नई घटना नहीं है। बीते 18 मार्च को भी बछरावां क्षेत्र में नीम टीकर गांव के पास पत्थर फेंका गया था। घटना का केस दर्ज किया गया था और छानबीन चल रही थी। इस घटना के कुछ दिन बाद ही ऊंचाहार क्षेत्र में भी पत्थर फेंके जाने की जानकारी हुई थी।
बछरावां क्षेत्र में घटी घटना की छानबीन के लिए ट्रेन के सीसीटीवी फुटेज मंगाए थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित किए गए तीन किशोरों को पकड़ा गया था। बीते सप्ताह इस घटना का खुलासा करते हुए तीनों किशोरों को बाल सुधार गृह लखनऊ भेज दिया गया था।