​​​​​​​लोकसभा चुनाव: प्रयागराज में करीब 73 लोगों को गुंडा एक्ट के तहत नोटिस, सोशल मीडिया को लेकर पुलिस सबसे ज्यादा सक्रिय

Date:

लोकसभा चुनाव में खलल न पड़े इसके लिए प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस अपनी कार्रवाई में तेजी ला रही है। चुनाव के मद्देनजर शांतिभंग में कार्रवाई, पाबंद किए जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। शहर में अब तक 7000 लोग पाबंद किए जा चुके हैं। पुलिस रिकॉर्ड, सूचना संकलन आदि के मार्फत ये ऐसे लोग चिन्हित हुए हैं जिसने मतदान के दौरान शांति व्यवस्था को खतरा हो सकता है।

हालांकि यह सिलसिला अभी जारी है। देहात क्षेत्रों में यह कार्रवाई तेजी से शुरू की गई है ताकि माहौल बिगाड़ने जैसी सोच रखने वाले पहले से ही यह समझ लें कि पुलिस की निगाह उनके ऊपर है। शहर में विभिन्न थानों से जो 7000 हजार लोगों को पाबंद किया गया है। उसमें 4600 के करीब लोग अपनी जमानत करा चुके हैं।

मतदान के दौरान किसी प्रकार की बाधा वह नहीं पैदा करेंगे। बहुत सारे लोगों को मुचलका भरा के छोड़ा गया है। इसके साथ ही करीब 73 लोगों को गुंडा एक्ट के तहत नोटिस भेजी गई है। इसमें 33 के करीब ऐसे लोग हैं जो माफिया गैंगों से जुड़े हैं या फिर अतीक-अशरफ के करीबी हैं।

लोकसभा चुनाव में 107-16 की कार्रवाई में काफी जांच पड़ताल की जा रही है। 2022 में हुए उत्तर प्रदेश के विभानसभा चुनाव में प्रयागराज जिले में कुल 56 हजार लोगों को पाबंद किया गया था। तब 12 विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पाबंद किए जाने की कार्रवाई हुई थी। तब पाबंद किए जाने के मामलों को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे।

2022 में पाबंद करने की कार्रवाई में कई थानों में लापरवाही भी सामने आई थी। दरोगा, सिपाही ने कई ऐसे लोगों को पाबंद कर दिया था जो मर चुके थे। या फिर कई ऐसे कार्रवाई की जद में आए थे जो नाबालिग थे। इसे लेकर पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी।

ऊंचाहार: अरखा पाइपलाइन के पास 4 युवकों पर युवती के अपहरण का आरोप, पुलिस मामले को मान रही संदिग्ध

असल में पिछले कई चुनावों में महिलाओं, नाबालिगों, मर चुके लोगों के खिलाफ 107/16 की कार्रवाई खाकी के लिए परेशानी का सबब बनी थी। प्रयागराज कमिश्नरेट बनने के बाद इसे लेकर काफी सतर्कता बरती गई।

लोकसभा चुनाव से पूर्व पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने कि बैठक

पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने चुनाव पूर्व ही दो बैठकें कर साफ किया था कि चुनाव के दौरान होने वाली कार्रवाई पारदर्शी हो। उन्होंने साफ कहा था कि जांच करें, कम करें लेकिन जो कार्रवाई करें सही करें।

पुलिस कमिश्नर ने कहा था कि थाने, चौकी में बैठकर पाबंद करने की कार्रवाई कतई न करें। मोहल्लों, गांवों में जाएं। पूछताछ करें। पिछली कार्रवाई की जद में आए लोगों के बारे में पता करें। यदि वह शख्स पाबंद करने लायक है, शांतिभंग का खतरा है तभी नोटिस दें।

42000 हजार असलहों को जमा होना है, 32000 हो गए

लोकसभा चुनाव में लाईसेंसी असलहों को जमा कराने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। पुलिस रिकॉर्ड में करीब 42000 लाईसेंसी असलहें हैं। सभी असलहों को जमा कराए जाने की प्रक्रिया तेज है।

अब तक जिले में 32000 असलहे जमा भी हो चुके हैं। बहुत सारे लोगों ने असलहों को न जमा करने के कारण स्पष्ट किए हैं। कई मामले कोर्ट तक पहुंचे हैं तो कइयों को सुरक्षा के मद्देनजर असलहे न जमा करने की छूट दी गई है।

लोकसभा चुनाव में अबकी बार सोशल मीडिया को लेकर पुलिस सबसे ज्यादा सक्रिय है। पुलिस कमिश्नर ने इसके लिए आईटी सेल की तीन टीमों को गठन किया है। यह टीमों जिलेभर में सोशल मीडिया की गतिविधियों पर निगाह रख रही हैं।

वॉट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अभद्र टिप्पणी, फर्जी या फिर पुराने वीडियो, ऑडियो, फोटो अपलोड कर लोगों को बरगलाने, धार्मिक टिप्पणी करने, धर्म को लेकर गलत प्रचार करने, फोटो एडिट करने के मामलों पर विषेश निगरानी की जा रही है।

आईटी सेल के अलाला डीसीपी, एसीपी, थाने की टीमें भी निगरानी कर जवाब मांग रही हैं। आईटी एक्ट के तहत पिछले तील महीने में 88 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

ईरान-इज़राइल तनाव पर PM मोदी और ईरानी राष्ट्रपति के बीच बातचीत, भारत ने जताई चिंता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ईरान के राष्ट्रपति मासूद...

CUET UG 2025: NTA ने जारी की प्रोविजनल Answer key, ऐसे करें डाउनलोड

CUET UG 2025 (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट) की...