लखनऊ में दोस्तों की बाइक का तेज रफ्तार बाइक चलाने के शौक ने उनकी जान ले ली। वह तो विदेश जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन जान चली गई। पासपोर्ट तो नहीं बन पाया, लेकिन उनका ऊपर जाने का वीजा सीधे आ गया, यह कह कर रोड एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले अरशद के पिता फफक-फफक रोने लगे।
बालू अड्डा निवासी असलम ने बताया कि उनका बेटा अरशद पढ़ने में अच्छा नहीं था। उसका टैक्निकल चीजों में बहुत मन लगता था। 12वीं में फेल होने के बाद वह एसी बनाने का काम सीखने लगा था। वह कहता था कि अब्बू कोराना के चलते आपकी दुकान बंद हो गई। आप बेरोजगार हो गए। हम साऊदी जाकर एसी मकैनिक बनेगा और खूब पैसा कमाएगा। जिससे कच्चे घर को पक्का करेगा और बहनों के निकाह में मदद करेंगे। इसके लिए पासपोर्ट और वीजा बनवा दो। वह खुद कुछ लोगों से इसके लिए संपर्क में था, क्या पता था कि उसकी मौत का वीजा बनकर आएगा।
चार भाई बहनों में दूसरे नंबर के अरशद की मौत की खबर सुनकर पिता असलम गश खाकर गिर गए थे। उन्होंने बताया कि वह सात बजे के करीब सदर नाले के पास रहने वाले बब्बू और उसके चाचेरे भाई कामरान के साथ निकला था। रात दो बजे तक घर न आने पर फोन किया, लेकिन मोबाइल बंद था। सुबह दोस्त ने उसकी मौत की मनहूस खबर सुनाई। चंदन हास्पिटल पहुंचकर देखा तो उसका सिर फटा था और उसकी सांसे थम चुकी थी। जबकि कामरान के हाथ की हड्डी टूटी थी। उसने यही कहा कि पता नहीं यह स्पीड जान लेवा बन जाएगी। वह पीछे बैठा था, इसलिए बाइक से पहले ही गिर गया और बच गया।
बब्बू के भाई सलीम ने बताया कि दोनों रिश्तेदार कामरान के साथ एक परिचित की बाइक लेकर गए थे। उनके साथ फरीदीपुर निवासी ममेरा भाई कबीर भी गया था। उसने ही दुर्घटना की सूचना दी। भाई गाड़ी तेज चलाता था, लेकिन स्टंट नहीं करता था। घटना के वक्त भी बाइक 80-90 के बीच रही होगी। किसी वाहन के आने से वह अनियंत्रित हुई। लोग उनकी रील को देखकर तेज रफ्तार में बाइक चलाने की बात कह रहे हैं। जबकि मौके पर और पुलिस ने ऐसा कुछ नहीं बताया।
हां यह सही है कि बब्बू रील बनाकर इंस्टा पर डालता था। बब्बू ने गोमतीनगर का एक वीडियो इंस्टा पर जारी किया था। इसके अलवा उसके इस तरह के कोई वीडियो नहीं है। अरशद के इंस्टा पर भी सिर्फ तेज रफ्तार बाइक के ही वीडियो हैं, स्टंट के एक भी नहीं। उसका भी 1090 चौराहे पर रफ्तार बाइक चलाने का ही वीडियो है, न कि स्टंट का।