रायबरेली रेलवे स्टेशन पर लगाए गए Escalator (स्वचालित सीढि़यों) का लाभ यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए एक साल से भी ज्यादा समय से यात्री इंतजार कर रहे हैं। भले ही रेलवे की निर्माण इकाई ने Escalator तैयार कर लिया है, लेकिन इसे अब तक विद्युत रेलवे को हैंडओवर नहीं किया गया है। हैंडओवर होने के बाद ही इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा।
करीब छह महीने पहले प्लेटफार्म नंबर एक और दो-तीन पर लगी लिफ्ट तैयार हो गई। प्लेटफार्म नंबर एक पर लग रहे एस्केलेटर का काम अधूरा है, जिससे लिफ्ट का संचालन भी रुका हुआ है। मार्च महीने में एस्केलेटर लगा दिया। अप्रैल महीने में परीक्षण कराया गया। सब कुछ ठीक मिला, लेकिन सुविधा शुरू नहीं हुई। एस्केलेटर के अब तक चालू न होने के पीछे वजह बताई जा रही है कि इसे हैंडओवर नहीं किया गया है।
रायबरेली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक से दो-तीन पर जाने के लिए दो पैदल पुल बने हैं, लेकिन दिव्यांगों और बुजुर्गों को सीढि़यों चढ़ने में ज्यादा दिक्कत होती है। इसके लिए एक पैदल पुल पर लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा देने का काम शुरू हुआ। यह काम तो लगभग डेढ़ साल पहले शुरू कराया गया, लेकिन सुविधाओं का लाभ आम यात्रियों को अब तक नहीं मिल पाया है।
स्टेशन अधीक्षक रवि रंजन ने बताया कि आम यात्रियों को एस्केलेटर की सुविधा जल्द मिले, इसके लिए प्रयास चल रहे हैं। कुछ काम बाकी हैं, जो हैंडओवर होने के बाद ही पूरे कराए जा सकेंगे।
एस्केलेटर तैयार है, जिसका कई बार ट्रायल लेने के बाद गुणवत्ता परीक्षण भी कराया जा चुका है। रेलवे की निर्माण इकाई ने अभी उन्हें एस्केलेटर हैंडओवर नहीं किया है। इसलिए एस्केलेटर को आम यात्रियों की सुविधा के लिए चालू नहीं किया जा सका है। इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। जल्दी ही सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
– एसएम मीणा, अवर अभियंता (विद्युत)