रायबरेली में बिजली विभाग ने राजस्व बढ़ाने और बकाया राशि की वसूली के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत बड़े बकायादारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिन पर करोड़ों रुपये की बकाया राशि बताई जा रही है। विभाग ने इन देनदारों को चेतावनी दी है कि यदि वे जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बकाया राशि की वसूली कर विभाग की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना है। इसके लिए विभाग ने बड़े बकायादारों की सूची तैयार की है और उन्हें नोटिस जारी किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कई बड़े उद्योग, होटल और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं, जिससे विभाग को भारी नुकसान हो रहा है।
विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि बकायादार नोटिस के बाद भी भुगतान नहीं करते हैं, तो उनकी बिजली आपूर्ति काट दी जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, विभाग ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे समय पर बिजली बिल का भुगतान करें ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
रायबरेली के बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक कई बड़े देनदारों से बकाया राशि वसूली जा चुकी है और कई अन्य के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल विभाग के राजस्व में वृद्धि करेगा, बल्कि बिजली चोरी और गैर-कानूनी कनेक्शनों पर भी अंकुश लगाएगा।
इस अभियान को लेकर स्थानीय लोगों ने भी सराहना की है। उनका कहना है कि बड़े बकायादारों से बकाया राशि वसूल कर विभाग को छोटे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। साथ ही, इससे बिजली वितरण प्रणाली में सुधार होगा और बिजली आपूर्ति अधिक स्थिर होगी।
इस तरह के अभियान से न केवल बिजली विभाग की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह एक संदेश भी जाएगा कि बकाया राशि चुकाने से बचना संभव नहीं है। विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा और सख्त कार्रवाई करेगा।