यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव से ठीक पहले प्रयागराज में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. बीजेपी और सीएम योगी जहां डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं सपा सुप्रीमो और राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना लिया है. समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी अब छात्रों के स्लोगन ‘युवा कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा…’ वाला नारा हर विधानसभा सीटों पर बोलने लगे हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अपनी सभाओं में प्रयागराज की घटना का जिक्र करना नहीं भूल रहे हैं. अखिलेश छात्रों के बहाने योगी सरकार को घेर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी अखिलेश यादव लगातार इस मुद्दे को लेकर पोस्ट कर रहे हैं. अखिलेश अपने पोस्ट में सीएम योगी को युवा विरोधी करार दे रहे हैं. साथ ही बोल रहे हैं कि जब UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने आवाज बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी.
छात्रों पर लाठीचार्ज से किसे होगा फायदा?
अखिलेश यादव ने एक पोस्ट में लिखा, ‘हो एक शिफ़्ट एक एग्जाम, यही एकजुट युवा की मांंग. ये हास्यास्पद है कि देश-प्रदेश के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक हालातों को ‘एब्नार्मल’ कर देनेवाले भाजपाई ‘नॉर्मलाइज़ेशन’ की बात कर रहे हैं. ये युवाओं के वर्तमान के साथ भद्दा मजाक है, भविष्य की तो बात ही छोड़ दीजिए. युवक-युवती कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा! जब भाजपा जाएगी, तब नौकरी आएगी!’
क्या बीजेपी को होगा नुकसान?
अखिलेश अपनी रैलियों में और सोशल मीडिया पोस्ट में बार-बार बोल रहे हैं, ‘नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं. हम युवाओं के साथ हैं.’ अखिलेश अपनी पोस्ट के जरिए ताबड़तोड़ यूपी की योगी सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. अखिलेश अपनी रैलियो में कह रहे हैं, ‘अब हर हाथ में तिरंगा लहराएगा!, भाजपा का ज़ुल्म सहा न जाएगा!’
छात्र क्यों कर रहे हैं विरोध?
हिंदी न्यूज़ 18 के मुताबिक आपको बता दें कि यूपीपीएससी ने पीसीएस 2024 प्रारंभिक और आरओ-एआरओ-2024 की प्रारंभिक परीक्षा को दो दिन कराने का निर्णय लिया है. छात्र यूपीपीएससी के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. छात्र दो दिन के बजाय परीक्षा एक ही दिन कराने की मांग पर अड़े हैं. इस मांग के लिए प्रयागराज में हजारों की संख्या में छात्र धरने पर बैठे हैं. हालांकि, अब पुलिस के अधिकारी छात्रों पर लाठीचार्ज करने के बजाए उन्हें समझा रहे हैं. हालांकि, प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग की तरफ से एक दिन में परीक्षा कराने का नोटिस नहीं निकलता, तब तक उनका धरना और आंदोलन जारी रहेगा.
सपा के बाद कांग्रेस भी कूदी मैदान में
छात्रों पर हुए लाठीचार्ज पर कांग्रेस ने भी योगी सरकार को घेरा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा, ‘प्रयागराज में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमिशन की मनमानी के खिलाफ आवाज उठा रहे छात्रों की बातों को ध्यान से सुना जाना चाहिए..’
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कुल मिलाकर इलाहाबाद में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मुद्दे को अब एसपी ने भुनाना शुरू कर दिया है. ऐसे में बीजेपी कोशिश कर रही है कि कम से कम चुनाव तक यह मुद्दा और आगे न बढ़े. इसलिए छात्रों के प्रदर्शन पर अब किसी भी तरह की कोई कार्रवाई करने से पुलिस को बचने के लिए कहा गया है. बता दें कि 20 नवंबर को यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. ऐसे में योगी सरकार 20 नवंबर तक इस मुद्दे पर लचीला रुख रखेगी.