यूपी आरओ एआरओ परीक्षा भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड अरुण सिंह और सौरभ शुक्ला ने कल देर शाम लखनऊ में यूपी एसटीएफ के सामने खुद को सरेंडर कर दिया है. यूपी एसटीएफ की टीम दोनों को लेकर आज सुबह कौशांबी जिले के मंझनपुर कोतवाली पहुंचकर लिखापढ़ी कर दाखिल कर दिया. मास्टरमाइंड अरुण सिंह लखनऊ के आलमबाग आशियाना एलडीए कालोनी का रहने वाला है.
वह 2011 बैच का सिपाही था. वर्ष 2019 शिक्षक भर्ती धांधली में भी इसका नाम सामने आया था. जिसके बाद अरुण सिंह को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया था. मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस से बर्खास्त होने के बाद अरुण पेपर लीक करने वाले गैंग का संचालन करने लगा था. 11 फरवरी को यूपी में आरओ एआरओ की जो परीक्षा हुई थी उसमें भी अरुण सिंह का नाम सामने आया है.
पेपर लीक से जुड़े अन्य लोगों की हो सकती है गिरफ्तारी
मंझनपुर कोतवाली पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. ऐसा माना जा रहा है कि इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों के भी नाम सामने आ सकते हैं. पुलिस अफसरों ने बताया कि पेपर लीक से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. आपको बता दें की 15 फरवरी को कौशांबी पुलिस ने परीक्षा भर्ती पेपर लीक मामले में आयुष पांडेय, पुनीत सिंह व नवीन सिंह को गिरफ्तार कर 8.84 लाख रुपये कैश, कूटरचित आईडी, दो लैपटॉप, 5 मोबाइल, चार सरकारी विभागों से संबंधित मुहर, 18 प्रवेशपत्र व मार्कशीट, दो कूटरचित दस्तावेज, तीन हस्ताक्षरसुदा चेक, एक कार बरामद कर जेल भेज दिया.
अरुण सिंह अपने साथी सौरभ के साथ था फरार
इन्हीं आरोपियों से पूछताछ में अरुण सिंह का नाम सामने आया था. तब से वह अपने साथी सौरभ शुक्ला के साथ लगातार फरार था. जिसकी तलाश में पुलिस लगी थी. गुरुवार की शाम अरुण सिंह और सौरभ शुक्ला ने लखनऊ में यूपी एसटीएफ के सामने सरेंडर कर दिया. जिसके बाद अब कौशांबी पुलिस दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों पूछताछ में गोलमोल जवाब दे रहे हैं और अपने साथियों के नाम नहीं बता रहे हैं, लेकिन पुलिस उनसे तथ्यों के आधार पर पूछताछ कर रही है. आशंका है कि कुछ और नाम सामने आएंगे और उनकी अरेस्ट होगी.