पुलिस को बुरा भला कहने वालों के लिये रायबरेली से एक ऐसी खबर आई है जहाँ खाकी वालों की धैर्यशीलता देखकर उनके प्रति नज़रिया बदल जायेगा।
मामला रायबरेली पुलिस अधीक्षक कार्यालय का है। यहां आम दिनों की तरह आज भी फरियादी कार्यालय के मुख्य गेट से पुलिस अधीक्षक दफ्तर की तरफ बढ़ रहे थे। तभी एक युवती अचानक ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी। सभी को लगा कि शायद इसकी कोई पुरानी फ़रियाद होगी जिसकी सुनवाई नहीं हो रही होगी।
दफ्तर के सभी पुलिस वाले सहानुभूतिपूर्वक उसकी ओर दौड़े। यहां तक कि सीओ सदर अमित सिंह भी अपने दफ्तर से निकल कर पहुंचे और समझने का प्रयास करने लगे कि इस युवती की परेशानी क्या है। इसी बीच महिला थाने की एसओ भी अपनी टीम के साथ पहुंची और महिला को सँभालने में गिर भी गयीं।
किसी तरह युवती को महिला पुलिस ने कट्रोल किया तो उसके बारे में छानबीन शुरू की। छानबीन के बाद सामने आया कि युवती शहर स्थित बस्तेपुर की रहने वाली रचना मौर्या है। इसके भाइयों ने पुलिस कों लिखित रूप से पूर्व में दिया है कि इसकी मानसिक स्थिती ठीक नहीं है।
बताया जाता है कि यह युवती अक्सर किसी सार्वजनिक स्थान पर चीख चिल्लाहट कर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। कई कई बार पुलिस कों ऐसी शिकायतें भी कर चुकी है जिसकी जांच के बाद आरोप ग़लत साबित हुए हैं। हालांकि इसके बावजूद पुलिस ने उसके साथ बिना कोई दुर्व्यवहार किये, उसे काऊंसलिंग में भेज दिया है।