बागपत में रिटायर्ड दरोगा के बेटे ने पत्नी और मां की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। घर में अलग-अलग कमरों में दोनों के शव पड़े मिले। चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को खबर दी। घर में आई पुलिस को देख दरोगा के बेटे ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। गर्दन पर ब्लेड मारकर सुसाइड करने की कोशिश की। मामला छपरौली थाना क्षेत्र का है।
भास्कर के अनुसार पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बेटे को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में बेटे ने हत्या की बात कबूल की। उसने बताया- मां और पत्नी के झगड़े से तंग आ गया था। ये रोज-रोज का नाटक हो गया था। मुझे भी ताना मारा जाता था, इसलिए दोनों को मार डाला। पत्नी को मारने से पहले सॉरी भी बोला। इसके बाद उसकी गर्दन पर चाकू मारे। सोते समय मां का गला रेत दिया।
हलालपुर गांव में दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड दरोगा जितेंद्र परिवार के साथ रहते हैं। घर में उनकी पत्नी सरोज (58), दो महीने की प्रेग्नेंट बहू वर्षा (28) और छोटा बेटा मनीष रहते थे। बड़ा बेटा धीरज फायर ब्रिगेड, दिल्ली में है। वह परिवार के साथ वहीं रहता है। मनीष वेट लिफ्टर है। वह इस समय नेशनल लेवल पर पावर लिफ्टिंग खेलने की तैयारी कर रहा था।
जितेंद्र कुछ समय पहले रिटायर हुए थे। उनकी पेंशन क्लियर होने में दिक्कत हो रही थी। इस वजह से वह मंगलवार को दिल्ली गए थे। इसी बीच मनीष ने पहले पत्नी और फिर मां का चाकू से गला रेत दिया। सूचना पर एसपी अर्पित विजयवर्गीय पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। अंदर 2 कमरों में सास-बहू के खून से लथपथ शव पड़े थे।
मनीष पुलिस को देखते ही बाथरूम में जाकर छिप गया। दरवाजा खोलने के लिए कहा गया, तो उसने अपनी गर्दन पर ब्लेड मार लिया। फिर दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मनीष से पूछताछ की तो उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली।
पत्नी और मां रोज झगड़ती थीं, मुझे ताना मारती थीं
मनीष ने पुलिस को बताया- घर में रोज मेरी पत्नी और मां के बीच झगड़ा हाेता था। छोटी-छोटी बातों पर दोनों लड़ती रहती थीं। चीखना-चिल्लाना शुरू हो जाता था। कभी खाने को लेकर दोनों लड़ पड़तीं, तो कभी घर के सामान को लेकर। मैं और पापा बीच-बचाव कराते थे, तो हमें भी सुनने को मिलता था। हम पर भी चिल्लाया जाता था।
मां कहती थीं, तूने बहू को बिगाड़ दिया है। पत्नी को जो सामान चाहिए होता, उसकी जिद पकड़कर बैठ जाती। जब तक उसे वो चीज नहीं मिल जाती। ये सब रोज का हो गया। कोई दिन ऐसा नहीं जाता था, जिस दिन घर में शांति हो। पत्नी भी मुझे ताना मारती कि तुम मां को कुछ नहीं कहते। शांत रहते हो। बस घर पर पड़े रहते हो। मैं रोज-रोज के झगड़े और ताने सुन-सुनकर परेशान हो गया था।
मंगलवार को पापा घर पर नहीं थे। इस दिन भी दोनों लड़ी थीं। मैं गुस्से में था। इसलिए सोचा कि किस्सा ही खत्म कर दें। किचन से चुपके से चाकू लेकर पहले ऊपर काम कर रही पत्नी के पास गया। पीछे चाकू छिपाकर उसके सामने खड़ा हो गया। उसने मुझे देखा तो बोली क्या काम है? मैंने उसे सॉरी बोला। वह कुछ बोलती, इससे पहले मैंने चाकू उसकी गर्दन पर मार दिया। वह खून से लथपथ होकर नीचे गिर पड़ी। पड़ोस की आंटी आईं तो खून देखकर चीख पड़ीं
इसके बाद मैंने उसकी गर्दन रेती। जब वह मर गई तो नीचे आया। कमरे में मां सो रही थीं। उनकी गर्दन काट दी। हत्या के बाद गांव के बाहर नहर में खून से सना चाकू और कपड़े फेंक दिए। तभी मां को बुलाने पड़ोस की आंटी आईं। वह घर में खून देखकर चीख पड़ीं और वहां से चली गईं। मैं भी डर गया। इसके बाद कब पुलिस घर आ गई, पता ही नहीं चला।

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दरोगा जितेंद्र ने बताया- मैं तो दिल्ली गया था। घर पर पत्नी, बहू और छोटा बेटा था। मुझे फोन कर सूचना दी गई कि पत्नी और बहू का मर्डर हो गया है। इसके बाद मैं यहां आया। मनीष ने ऐसा किया, मुझे विश्वास नहीं हो रहा। वर्षा से मनीष की शादी 2022 में हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद से ही घर में कलह शुरू हो गई थी। हम पत्नी और बहू दोनों को बहुत समझाते थे, पर कोई सुनता नहीं था।
CO सविरत्न गौतम ने बताया कि बेटे ने अपनी मां और पत्नी की हत्या की है। दोनों के झगड़े और ताने से वह परेशान हो गया था। गुस्से में उसने दोनों का चाकू से गला रेत दिया। पहले पत्नी को मारा, फिर मां की हत्या कर दी। वह हिरासत में है। अभी उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसे भी चोट आई है।