गरीबों को पांच लाख रुपये तक कैशलेस इलाज की सुविधा देने के लिए प्रधानमंत्री आरोग्य योजना संचालित है। वर्तमान समय में जिले के 10 निजी अस्पतालों के साथ ही एम्स समेत 21 सरकारी अस्पतालों को योजना से जोड़ा गया है। जिले में योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में अब तक कैंसर, सिजेरियन प्रसव, यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी अन्य सुपर स्पेशलिटी सेवाएं गरीबों को नहीं मिल पा रही थीं। ऐसी स्थिति में गरीबों को इलाज के लिए बड़े शहरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। एम्स के योजना से जुड़ने के बाद कुछ विशेषज्ञ सेवाएं गरीबों को मिलनी शुरू हो गई हैं।
जिले के 16.27 लाख गरीबों के लिए राहत भरी खबर है। कैंसर के चपेट में आने के बाद अब बड़े शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। एम्स में कैंसर का इलाज शुरू होने के साथ ही प्रधानमंत्री आरोग्य योजना से शहर एक कैंसर हॉस्पिटल भी कैशलेस इलाज के लिए पास हो गया है। योजना से जुड़ने के बाद अब कैंसर रोगियों को दवा के साथ रेडिएशन व सर्जरी की सुविधा मिलेगी। एम्स में तीनों विधा से कैंसर के इलाज की पर्याप्त सुविधा नहीं है।

शहर में संचालित पहले कैंसर अस्पताल को भी कैशलेस योजना से जोड़ दिया गया है। योजना में शामिल गरीबों को अब कैंसर के चपेट में आने के बाद पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा जिले स्तर पर आसानी से मिल जाएगी। एम्स में कैंसर के इलाज की सुविधा है, लेकिन भर्ती होने की प्रक्रिया टेढ़ी होने के कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। निजी कैंसर अस्पताल में मरीजों को ज्यादा सहूलियतें मिल सकेंगी।
ये निजी अस्पताल भी जल्द जुड़ेंगे
प्रधानमंत्री आरोग्य योजना के तहत गरीबों को पांच लाख रुपये तक कैशलेस इलाज की सुविधा देने के लिए शहर के मेडित्व हॉस्पिटल, मिडरेक्स हॉस्पिटल, न्यू आरके चौधरी हॉस्पिटल, ओपी जायसवाल हॉस्पिटल, सुषमा हॉस्पिटल, सुनेत्र आई केयर और ब्रजभूषण हॉस्पिटल ने भी आवेदन किया है। आवेदन के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को योजना से संबद्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही इन अस्पतालों के भी जुड़ने की उम्मीद है।
निजी कैंसर अस्पताल को आरोग्य योजना से जोड़ दिया गया है। एम्स के साथ ही यहां भी गरीबों को पांच लाख रुपये तक कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी। कई और अस्पतालों को भी जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।
– डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ