लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कुर्मी सराय निवासी लक्ष्मन रैदास ने 14 अप्रैल को पुलिस और 15 अप्रैल को एसडीएम लालगंज मनोज कुमार सिंह को शिकायती पत्र देकर बताया था कि उसकी बेटी अल्का (17) को पेट दर्द की शिकायत थी। पसिया खेड़ा की आशा बहू उसे लालगंज के झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गई, जहां उसने 80 हजार रुपये लेकर अल्का की आंत का ऑपरेशन कर दिया।
पीड़ित लक्ष्मन ने बताया कि जेवर बेचकर यह रकम जुटाई थी। ऑपरेशन के बाद भी जब बेटी ठीक न हुई तो झोलाछाप ने दोबारा ऑपरेशन करने की बात कही। शनिवार को किशोरी की मौत हो गई। पेट दर्द की शिकायत पर झोलाछाप डॉक्टर ने किशोरी का ऑपरेशन कर दिया। नतीजा यह हुआ कि दो सप्ताह बाद शनिवार को किशोरी की मौत हो गई। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए किशोरी का अंतिम संस्कार दिया।
पीड़ित पक्ष ने 14 और 15 अप्रैल को पुलिस तथा एसडीएम से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस से पहले शिकायत की थी। कार्रवाई न होने पर उसने दोबारा प्रकरण की शिकायत नहीं की। पीड़ित का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सीएचसी अधीक्षक राजेश गौतम का कहना है कि प्रकरण की जानकारी नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी।