ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में अब एक्सरे जांच की सुविधा के लिए मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा। करीब 12 लाख आबादी को जांच की सुविधा मुहैया कराने के लिए एक्सरे मशीन आ गई है। संबंधित सीएचसी में एक्सरे मशीन पहुंच गई हैं। सीएमओ ने मशीनों को इंस्टाल कराकर जल्द ही मरीजों को जांच की सुविधा मुहैया कराने के निर्देश अधीक्षकों को दिए हैं।
सीएचसी स्तर पर एक्सरे जांच की सुविधा न होने के कारण मरीजों को जांच के लिए जिला अस्पताल रेफर करना पड़ रहा था। ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। खासकर सड़क हादसे में घायल मरीजों को ज्यादा समस्या हो रही थी। सीएचसी में जांच की सुविधा न होने के कारण निजी जांच सेंटरों का सहारा लेना पड़ता था।
स्वास्थ्य विभाग ने जिले की आठ सीएचसी जगतनपुर, दीनशाह गौरा, सरेनी, रोहनियां, डीह, अमावां और जतुआ टप्पा में एक्सरे मशीन की व्यवस्था करा दी है। बुधवार को सीएचसी में एम्सरे मशीनें पहुंच गईं। सीएमओ ने सभी अधीक्षकों को मशीनों को इंस्टाल कराकर जांच की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं, जिससे मरीजों को परेशान न होना पड़े।
जिले की आठ सीएचसी में एक्सरे जांच की सुविधा मिलने के बाद करीब 12 लाख आबादी को लाभ मिलेगा। जांच शुरू होने के बाद मरीजों को अब भटकना नहीं पड़ेगा
स्वास्थ्य विभाग की फर्स्ट रेफरर यूनिटों (एफआरयू) बछरावां, लालगंज, डलमऊ, ऊंचाहार और सलोन में ही अब तक एक्सरे जांच की सुविधा देने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। शेष 19 में 14 सीएचसी में मरीजों को एक्सरे जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही थी। इसका बोझ जिला अस्पताल को उठाना पड़ रहा है।
सीएचसी जगतपुर में पहली बार एक्सरे मशीन लगेगी। बुधवार को एक्सरे मशीन के पहुंचते ही लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। हाईवे के किनारे अस्पताल होने के नाते सड़क हादसे के ज्यादा केस इसी सीएचसी में पहुंचते हैं। यहां जांच उपलब्ध न होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। सीएचसी अधीक्षक डॉ. एलपी सोनकर ने बताया है कि एक्सरे मशीन आ गई है। ऑपरेटर की तैनाती पूर्व में हुई थी। एक्सरे मशीन न होने के कारण जिले में अटैच किया गया था। मशीन लग जाने के बाद क्षेत्र के लोगों को सुविधा मुहैया हो जाएगी।
जिले की आठ और सीएचसी में जल्द एक्सरे जांच शुरू होगी। एक्सरे मशीनें संबंधित सीएचसी में पहुंच गई हैं। अधीक्षकों को मशीनें इंस्टाल कराकर जांच की सुविधा शुरू कराने के निर्देश दिए गए हैं। एफआरयू में पहले से ही जांच की सुविधा उपलब्ध है।
– डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ