जगतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात महिला चिकत्सिक को जिला मुख्यालय से सम्बद्ध किए जाने के बाद इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरन अस्पताल की स्टाफ नर्स आने वाली महिलाओं का इलाज कर रही है। जबकि महिला डॉक्टर के ना होने से प्रसूताओं को प्रसव के लिए महिला जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है।
सीएचसी में तैनात महिला चिकत्सिक को विभाग के अधिकारियों ने जिला मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया। इसके बाद यहां पर आने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ अन्य महिलाओं के सामने इलाज के लिए समस्या खड़ी हो गई है। मजबूरन महिलाएं और प्रसूताएं इलाज के लिए करीब बीस किलोमीटर की तय करके जिला मुख्यालय जाना पड़ता है।
सीएचसी में प्रतिदिन से 15 से बीस महिलाएं इलाज के लिए ओपीडी में आती थी, लेकिन महिला डॉक्टर के ना होने से मजबूरी में स्टाफ नर्स आने वाली महिलाओं का इलाज कर रही है। सबसे बड़ी समस्या रात के समय आने वाली प्रसूताओं के सामने है। उन्हें किसी तरह से जिला मुख्यालय लेकर जाना पड़ता है। अस्पताल की इस आधी अधूरी सुविधाओं को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत करके महिला डॉक्टर की तैनाती किए जाने की मांग की, लेकिन उसके बावजूद अभी तक महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई है।
सीएचसी अधीक्षक एलपी सोनकर बताया कि तैनात महिला चिकत्सिक को जिला मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। विभाग के द्वारा अभी तक किसी डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई है। इसके लिए सीएमओ को कई बार सूचित करके महिला डॉक्टर की तैनाती की बात कही गई है।