गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र के नगरवा निवासी हंसराज पुत्र गया प्रसाद तीन दिसंबर को अपनी ससुराल बल्दू का पुरवा थाना भेटुआ गया था। मंगलवार को ससुराल पक्ष ने परिजनों को सूचना दी कि हंसराज की नहर में गिरने से मौत हो गई है। वहीं, मृतक की सास ने कहा कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
परिजन जब मौके पर पहुंचे, तो स्थिति संदिग्ध पाई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक के पिता गया प्रसाद ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या शाल से गला घोंटकर की गई है। उन्होंने हत्या में बेटे की पत्नी राधा, सास करमैता, साली रोशनी और ससुर अंजनी को जिम्मेदार ठहराया है।
मंगलवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया, लेकिन परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए शव को टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखकर जाम लगा दिया।
गुरुवार सुबह परिजन और स्थानीय ग्रामीणों ने शव को टांडा-बांदा हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसी रहीं। आक्रोशित परिजनों ने पुलिस पर मामले में लापरवाही और मुकदमा दर्ज न करने का आरोप लगाया।
घटना की जानकारी मिलते ही गौरीगंज पुलिस के साथ-साथ कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। परिजनों और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करवाया गया। पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण हैंगिंग बताया गया है।
पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। करीब डेढ़ घंटे के बाद जाम खुल सका और यातायात सामान्य रूप से चालू हो गया। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।