इस्तांबुल से आ रही टर्किश एयरलाइंस की फ्लाइट टीके-716 में तीन मुसाफिर ऐसे भी थे, जिन्हें एयरलाइंस सिक्योरिटी के बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट लाया जा रहा था. आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचते ही तीनों को इमीग्रेशन ब्यूरो के हवाले कर दिया गया. दरअसल, गुरमीत सिंह, साहिल कुमार और विक्रम सिंह नामक तीनों युवकों को इस्तांबुल से डिपोर्ट कर आईजीआई एयरपोर्ट भेजा गया था. वहीं, प्रारंभिक पूछताछ के बाद तीनों मुसाफिरों को एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया.
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि गुरमीत सिंह पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर का रहने वाला है. वहीं, विक्रम साहिल और विक्रम हरियाणा के कैथल के रहने वाले हैं. इसके दस्तावजों की जांच में पता चला कि आरोपी गुरपीत सिंह 7 नवंबर को दिल्ली से, विक्रम सिंह 14 नवंबर को जयपुर से और साहिल कुलार 16 नवंबर को जयपुर से अजरबैजान के बाकू के लिए रवाना हुए थे. बाकू पहुंचने के बाद सभी 18 नवंबर को इस्तांबुल के लिए रवाना हो गए.
इस्तांबुल पहुंचने के बाद स्थानीय इमीग्रेशन ब्यूरो ने तीनों को अपने देश में प्रवेश देने से इंकार कर दिया. दरअसल, इन तीनों के पास मौजूद गुयाना का वीजा फर्जी पाया गया था. इसके बाद, इस्तांबुल इमीग्रेशन ब्यूरो के अधिकारियों ने तीनों को दिल्ली के लिए डिपोर्ट कर दिया. पूछताछ के दौरान, साहिल कुमार ने बताया कि वह बेहतर जिंदगी के विदेश जाना चाहता था. साहिल को उसी के गांव में रहने वाले केवल सिंह ने विदेश भेजने का सब्जबाग दिखाकर उदित मोंगा और सागर दबास से मिलवाया.

गुयाना के वीजा के लिए 20 लाख रुपए में तय हुई थी डील
डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि तीनों ने साहिल को विदेश भेजने के एवज में 20 लाख रुपए की मांग की. डील तय होने के बाद साहिल ने तीनों को 2 लाख रुपए का भुगतान कर दिया. बाकी की रकम का भुगतान गुयाना पहुंचने के बाद होना था. मामले के खुलासे के बाद तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आईजीआई एयरपोर्ट के एसएचओ विजेंद्र राणा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें महिला सब इंस्पेक्टर सरोज और एसआई ओमप्रकाश भी शामिल थे.
फर्जी वीजा देने वाले तीनों आरोपी हुए गिरफ्तारआईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की टीम ने इंटेलीजेंस इनपुट के आधार पर उदित मोंगा को दिल्ली के जनकपुरी से गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं उदित की निशानदेही पर पुलिस ने केवल सिंह और सागर दबास को अलग अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया. तीनों की गिरफ्तारी के साथ आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी वीजा सिंडिकेट का सफलतापूर्वक भंड़ाफोड़ किया है.