24 फरवरी 2023 यह वह तारीख है, जो शायद ही प्रयागराज के लोग भूल सकें। उमेश पाल हत्याकांड प्रयागराज के इतिहास में ऐसी घटना है, जिसने सनसनी फैला दी थी। इस हत्याकांड को आज 365 दिन बीत गए। लेकिन, 5 लाख के इनामी 5 मोस्ट वांटेड अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान, साबिर और अशरफ की पत्नी जैनब पुलिस, STF की पकड़ से अभी भी दूर हैं।
शूटर अरमान को लेकर सबसे ज्यादा इनपुट मिले कि वह बिहार की किसी जेल में फर्जी नाम पते से पहुंच गया है। यूपी पुलिस और STF ने बिहार की जेलों के रिकॉर्ड, अरमान की फोटो से जांच कराई, लेकिन मामला गलत निकला। अरमान अभी भी फरार ही है।
प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस ने 8 राज्यों दिल्ली, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब और उड़ीसा में कई बार दबिश दी, लेकिन भीड़ में गुम इनामी नहीं मिले।
8 राज्यों में शूटर्स की फोटो, डिटेल, रंग, कद, पहनावा और आपराधिक रिकॉर्ड भेजा गया है। यूपी पुलिस की तरफ से बताया गया कि यह सभी आरोपी उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड हैं। सभी पर इनाम है।

शाइस्ता की हटवा तो गुड्डू की उड़ीसा थी लास्ट लोकेशन
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और अशरफ की पत्नी जैनब की लास्ट लोकेशन प्रयागराज के हटवा में मिली थी। हटवा में अशरफ की ससुराल है। दो माह पहले जैनब की लोकेशन हटवा और दिल्ली में मिली थी लेकिन पुलिस की जांच में कुछ नहीं मिला। इसी तरह गुड्डू मुस्लिम उड़ीसा जाकर गुम हुआ। उसके बाद से पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर सकी।
यह किसी भी राज्य में छिपे हो सकते हैं। किसी शहर में भी कोई वारदात अंजाम देते सकते हैं। ऐसे में राज्यों की पुलिस अलर्ट रहे। इनकी तलाश करे। यदि कोई सुराग, सूचना मिले तो यूपी पुलिस को खबर करें।
3000 करोड़ का मालिक कैदी नंबर 17052 बन मारा गया
माफिया अतीक अहमद और उसका परिवार पुलिस और ED के रिकॉर्ड में 3000 करोड़ का मालिक है। अहमदाबाद के साबरमती जेल में बंद रहा अतीक का प्रोफाइल हत्या से पहले पूरी तरह बदल गया था।
अतीक कैदी नंबर 17052 था। उसी नाम से उसे पुकारा जा रहा था। जेल रिकॉर्ड में अकुशल कारीगर के तौर पर उसे 25 रुपए रोज मानदेय मिल रहा था। करोड़ों के मालिक की मौत से पहले आमदनी 25 रुपए रोज थी।

1979 की चार्जशीट में 8 आरोपी
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने 24 मई को पहली चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें सदाकत खान को आरोपी बनाया था। दूसरी चार्जशीट 17 जून को ACP धूमनगंज की ओर से स्पेशल जज एससी एसटी एक्ट कोर्ट में दाखिल की गई थी। दाखिल की गई 1979 पेज की चार्जशीट में 8 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
जिन अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया उनमें कैश अहमद, राकेश उर्फ नाकेश उर्फ लाला, अरशद कटरा, नियाज अहमद, इकबाल अहमद, शाहरुख, अखलाक अहमद और खान शौलत हनीफ शामिल हैं। खान शौलत हनीफ वर्तमान में केंद्रीय कारागार नैनी में न्यायिक अभिरक्षा में बंद है।
2000 पेज की केस डायरी, 56 पेज का आरोप पत्र
अतीक अहमद, अशरफ की हत्या किन-किन व्यक्तियों के द्वारा की गई। किस असलहे से कितने बजे किस तारीख को हत्या हुई। हत्या कहां हुई, हत्या करने के पीछे इन तीनों आरोपियों की क्या मंशा थी।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए SIT ने अभियुक्तों के कब्जे से बरामद असलहा, उनकी जांच रिपोर्ट डॉक्टर के द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट एवं घटना स्थल का नक्शा नजरी बनाकर पेश किया है। साथ ही सीन रीक्रिएट कर उसकी रिपोर्ट, सबूत भी न्यायालय के समक्ष केस डायरी के साथ संलग्न कर प्रस्तुत किए हैं।